जन्मो का रिश्ता ,दलालों के भरोसे
वैसे रिश्तो का जुड़ना ईश्वर की मर्जीसे होता है। पर हमने हर रिश्ते की बच्ची को जनम से पहले ही ख़तम कर दिया है ,तो उसे दुबारा जनम लेने में समय तो लगेगा। तब तक आपके बच्चे की शादी का रुकना यह कुदरत का फैसला है। इसे मानना होगा। इसे कुदरत का कानून बोल सकते है। यह किसी एक समाज या जाती की तकलीफ नहीं है। हम विकसित हुए है,केवल लड़के को जन्म देकर अब उसके लिए दुल्हन ढूंढना कितना जटिल हो रहा है। आगे और भी कठिन होगा।
मैरीज ब्यूरो एक ठगी की व्यवस्था
मैरीज ब्यूरो के नए हाथ खण्डे का केस स्टडी
बात आगे बढ़ाते ही इन्हे अंदाजा हो गया के शिकार चंगुल में फस गया है। इस मेरटीमोनियल ऑफिस से एक कॉन्फ्रेंस कॉल लगाकर लड़की की माँ से बात करवा दी गयी। यह सब बनाव झूट रचाया नाटक था । दूसरे दिन दुबारा कॉन्फ्रेंस कॉल मिलाया गया ,लड़की की माँ ने कहा आप लड़की देखने आ रहे है ,तो मै अपनी रेजिस्ट्रेशन फीस जमा करवा देती हु। हमें एक दूसरे का पता यह दे देंगे साथ में फोन नंबर भी दे देंगे। इस फोन के कटते ही स्वाति नामकी रिप्रेसेंटीव् का फोन आया,लड़की के यहाँ से रेजिस्ट्रेशन की फ़ीस जमा की गयी है। आप भी जल्दीसे चार हजार रुपये इस संस्था के नाम बैंक ट्रांसफर से जमा कर दीजिये और ट्रांजेक्शन का स्क्रीन शॉट व्हाट्सअप कर दीजिये । उनके कहने के मुताबिक उनके दिए अमरावती के बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के मॅट्रिमोनी लाइफ पार्टनर के खाते में पैसा जमा कर उन्हें स्क्रीन शॉट दो अलग अलग नंबर पर भेज दिया। कुछ देर बाद हमारे रजिस्टरड नंबर पर एक फोन नंबर दिया गया। यह लड़की के परिवार का सेल नंबर है ऐसा बताया गया। आप फोन कर पता ले लीजिये यह सलाह दी गयी।
अब कहानी में नया मोड़ आया। उनके दिए नंबर पर फोन किया तो वह बंद आ रहा था। उस दिन उनके दिए नंबर पर बात नहीं हो पायी ,तब तक लाइफ पार्टनर का ऑफिस बंद हो चूका था। दूसरे दिन दुबारा उस स्वाति नामकी प्रतिनिधि से बात करने की कोशिश की और आपके द्वारा दिया नंबर न लगने का मेसेज व्हाट्सअप किया।जबाब में वही नंबर दिया गया। दुबारा कोशीश की और उस नंबर पर फोन नहीं लगा तो मैरेज ब्यूरो के ऑफिस के समय में लड़की की माँ के साथ बात करवा दो यह मेसेज किया। इसके तुरंत ब्यूरो के प्रतिनिधि को फोन लगाकर लड़की की माँ को कॉन्फ्रेंस पर लेने को कहा,तो हमारा कॉल होल्ड पर रखा कुछ पल में कॉल काट दिया। दुबारा कॉल करके कॉन्फ्रेंस पर बात कराने आग्रह किया तो जबाब आया के आप हमने दिए नंबर पर बात कर लीजिये। और चमत्कार हुवा कल से जो नंबर बंद आ रहा था वह चल पड़ा था। रिंग देते ही लड़की की माँ बोली मेरा फोन पानी में गिर गया और बंद हो गया था,इसलिए आपसे बात नहीं हो पायी। दो दिन पहले जो लड़की की माँ लड़की देखने आयेंगेना बोल रही थी ,उसने हमारा नंबरभी सेव नहीं किया था। अब हमें और सच जानना था। तो
मैंने पूछा आप उस गांव में कहा रहती हैं ? हमें परिवार समेत लड़की को देखने आना है। जबाब में आया के हम पुलिस थाने के पास रहते है। और यही उनकी भूल थी। क्यू के उस गांव में पुलिस थाना है ही नहीं। और जानना चाहा तो मुझे जबाब मिला लड़की अभी पड़ोस में गयी है उसके घर आते ही आपसे बात करती हु दुबारा। मैंने लोकेशन शेयर करने को कहा तो जबाब आया लड़की के आतेही आपको लोकेशन शेयर करेंगे मुझे मोबाईल की ज्यादा जानकारी नहीं है। मैंने और जानकारी जुटाने के लिए कहा आपका यह नंबर आपके नाम पर रजिस्टर है ,लड़की की माँ का जबाब आया हां दो महीने पहलेही लिया है ,पर ट्रू कॉलर पर नाम गलत बता रहा होगा। उनकी इस जानकारी ने मुझे हैरानी में दाल दिया है। तब से वह नंबर बंद है। अब पक्का यकींन हो गया था कल ब्यूरो का ऑफिस खुलेगा तो यह काम करने लगेगा। लड़की की माँ के नाम से मुझे दिया गया मोबाइल नंबर 9067786336 यह नंबर भी किसी और के नाम से रजिस्टर है। यह सब मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ सार्वजनिक कर रहा हु। क्यू के यह कंपनी लोगो को धोखा देनेका काम कर रही है। मैंने जो स्क्रीन शॉट दिए है जिसे एडिट नहीं किया जा सकता।
आप इस दो स्क्रीनशॉट में एक ही लड़की के दो शहरो के नाम से बानी फेक प्रोफाइल भेजी गयी थी। उसीसी पता चलता है के झूठ और फरेब की बुनियाद पर जन्मो के रिश्ते को जोड़ने का यह पवित्र काम इन रिश्तो के सौदागरों के हाथ में चला गया है। जो एक सोची समझी साजिश तहत यह मॅट्रिमोनी का धंदा चलनेवाले अभिभावकों की भावनाओंसे खिलवाड़ कर अपनी जेब भर रहे है। साथ ही इस जालसाजी के धंदे में जरुरत मंद मजबूर लड़के लड़कियों से झूठे नाम से कारोबार चला रहे है। गौर करने लायक और एक बात है ,इनका एकाद दूसरा नंबर संस्था के नाम पर लिया हुवा है। क्यू के इसी नंबर से इस फर्जीवाड़े को चलनेवाली वेब साइट रजिस्टर की गयी है। हमारी इस केस में लड़की की माँ इसी संस्था को कोई रेप्रेजेंटिटिव है ,जो केवल ऑफिस के खुलते ही बात कर रही थी। जब यह सब यकींन में बदल गया तो हमने हमारे पैसे वापस करो यह मेसेज व्हाट्सअप किया। उसके बाद किसी सुपीरियर ने आपको तुरंत दस रिश्ते दिखता हु या उनकी डिटेल व्हाट्सअप कर भेजता यह कहा। अब आपका आय डी बन चूका है आपको यूजर और पासवर्ड व्हाट्सअप किया है। उसके जरिये आप चाहे जितने लड़कियों के बायोडेटा हमारी वेब साईट पर देख सकते है। यह कहा गया। पर जो झूठा रिश्ता दिखाया था उसका जिक्र करनेसे पहले ही फोन काट दिया।
इस धंदेका नया मोड्स
चार दिन दिन बीतने के बाद इस रिश्तो के सौदागरों के कारोबार का नया रूप सामने आया है। जिसमे मुझे देश के अलग अलग शहरो में स्थित मैरेज ब्यूरो यानि मेट्रोमोनियल पोर्टल चलनेवालों के फोन आने शुरू हुए। इससे एक खुलासा और हुवा है। बहुत सारी मैरेज ब्यूरोने एक दूसरे के यहाँ एक एक फेक मेंबरशिप ले रखी है,या एक दूसरे के साथ साझेदारी की हुयी है। जिसके जरिये से अपने रजिस्ट्रेड मेंबर की फोन और पत्ते की डिटेल्स एक दूसरे को शेयर करते है। खास कर यह कारोबार मध्यप्रदेश केइंदौर ,उत्तरप्रदेश के आगरा से चलाया जा रहा है। यहाँ से आये फोन में हमने उनसे हमारे साथ ठगी होने की बात कही तो सभी ने यह दवा किये के हमारी मेट्रीमोनियल कंपनी आपको झूठे रिश्ते नहीं दिखती। जब के हमने उन्हें केवल ज्यादा पैसे लेकर रिश्ते नहीं दिखने की बात की थी। एक महाशय ने मै सूरज बात कर रहा हु ,यह बोलकर शुरुवात की थी बातचीत ने अपनी कहानी साझा करते हुए अपना असली नहीं बता कर खुद ही फस गया। तो नया खुलासा हुवा इन कॉलेज के बच्चो को यहाँ झूठे नामसे परिचय देकर नौकरी करवाई जाती है। इनके पास होते है वह इतनी लिंकिंग के बाद भी किसी दूसरे के नाम के होते है। यहाँ पर आप को जो नाम बताया जाता है ,उस नामके व्यक्ति से कोई विवाद खड़ा होने लगा तो सीधा इस नाम का कोई यहाँ काम नहीं करता यह कह कर आपका फोन काट देते है।
इन दिनों मैंने कई बार इस लाइफ पार्टनर मॅट्रिमोनी। कॉम के द्वारा दिए अलगअलग मोबाईल पर अलग अलग जो मन चाहा नाम लेकर जानकारी लेने की कोशिश की तो हर समय जबाब दिया गया। कोई शिकायत नहीं। कभी आपको किससे बात करनी है यह नहीं पूछा गया।
आज २१ अक्टूबर को हमने फोन मिलाया, बिना कुछ पूछताछ जबाब दिया के हम आपको कितनी बार फोन कर चुके है आप फोन नहीं उठा रहे थे। हमने बिना कुछ ज्यादा बात करते सीधा लड़की से बात करावा दो कहा तो कॉन्फ्रेंस कॉल मिलाया गया। सामने से लड़की बोल रही थी। हमने पूछा अपने मेरा प्रोफ़ाइल देखा ,जबाब आया है देखा आपका प्रोफ़ाइल अच्छा है। जब के उसने बिना नाम जाने हमारा प्रोफाइल कैसे देख लिया यह सवाल दिमाग में चल रहा था। तभी हमने यु ही पूछ लिया आपके परिवार के बारेमे आपने कुछ नहीं लिखा है। जबाब आया के मेरे माँ बाप नहीं है। मैं अकेली हु ,तभी उनकी आपस में बात हो रही थी। हमने बात बढ़ाते हुए पूछा के अपने कितने पैसे भरे है ? उसने बताया के छह हजार जो के झूठ बोल रही थी। हमने बताया के हमने भी पैसे भर दिए है तो हमारी बात कॉन्फ्रेंस पर क्यों हो रही है ? ब्यूरोवाले नंबर क्यों नहीं दे रहे है एक दूसरे को ?जबाब आया आप ब्यूरोवालो से बात कर लीजिये। जीतनी जरुरत हमें रिश्ते की है ,उतनीही जरुरत अगर सामनेवाले की है तो उसे भी बात करनी चाहिए। पर यह सबकुछ झूठ पर आधारित कारोबार चल रहा है। हरदिन आठ दस लोगो से जो मिले वह पैसा लूटनेका कारोबार चलाया जा रहा है। कोई शिकायत नहीं इसलिए दिनदहाड़े लोगो को लूटने का कारोबार चल रहा है।
गौर करनेवाली बात
आज ही मैंने दूसरे नंबर से इनके नंबर पर फोन मिलाया जो नंबर इनके पास रजिस्टर है। वहा से मुझे इनके नामांकन की फीस तीन हजार रुपये छह मास के लिए और छ हजार साल के लिए ली जाती है। एक प्रोफाइल बनाया जाता है। और हरदिन पांच रिश्ते व्हाट्सअप किये जाते है। ऐसा मार्केटिंग किया जा रहा था। जो के शतप्रतिशत झूठ था और है। इसी दौरान हमने सबसे पहले लड़की का नाम बताया था ,उसके नाम से फोन किया और यह रिश्ता बतानेवाली लड़कीने अपना नाम स्वाति लिखा था उससे बात करने की गुजारिश की तो जबाब मिला उसकी आज छूटी है कल बात होगी। हमेशा की तरह मैं अगले दस मिनिट में उसका नंबर देती हु कहकर फोन काट दिया। इन दिनों हमने अपने तरीके से बहुत सारे साबुत इखट्टे कर लिए है। और इस गोरखधंदे नब्ज हमें मिली है जिसे हम किसीभी अदालत में उन्हें इसका नमूना प्रत्यक्ष दिखा सकते है।
अब सच्चाई सामने आयी है तो महाराष्ट्र पुलिस की अहमदनगर सायबर विभाग के पी आय अरुण परदेशी इस मामले की जाँच में जुटे है। इस मामले में लिप्त वेब चालक ,मालक के साथ शामिल सभी पर दर्ज करावा दिया है। कोशिश यही होंगी के इस भावनाओंसे खेलनेवाले रिश्तो के सौदागरों को सलाखों के पीछे पहुँचाया जाय।
हमें समझाना होगा ,नहीं तो संभाल नहीं पाएंगे